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जीवनी/आत्मकथा >> सत्य के प्रयोग

सत्य के प्रयोग

महात्मा गाँधी

प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :390
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 1530
आईएसबीएन :9788128812453

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my experiment with truth का हिन्दी रूपान्तरण (अनुवादक - महाबीरप्रसाद पोद्दार)...

Satya ke Prayog by Mohandas Karamchanc Gandhi

गांधी जी ने जीवन पर्यन्त सत्य की साधना की। उनके लिए सत्य ही ईश्वर का पर्याय था। इसकी प्राप्ति के लिए किए गए उनके प्रयास ही सत्य के लिए किए गए प्रयोग बने। फिर भी उनकी विनती थी कि उनके लेखों को प्रमाणभूत न माना जाए। उनके प्रयोगों को दृष्टान्त रूप मानकर सब अपने-अपने प्रयोग यथाशक्ति और यथामति करें। गांधी जी ने कहा था : ‘‘मेरा विश्वास है कि मेरी आत्मकथा के लेखों से पाठकों को बहुत कुछ मिल सकता है।’’ यह पुस्तक राष्ट्रपिता की कार्यपद्धति की महानता के साथ जीवन को समझने में अमूल्य सिद्ध होगी।

 

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